अरमान दिल में कम तो,दुख दर्द फूल है !
अपनो से हार कर रहे, अपनो के सऺग तो,
ये जिंदगी का खेल भी, पैसा वसूल है !
माँ बाप भाई जिद की अगर, भेंट चढ़ गयें,
गहने औ घर रूपया रुआब, सब ही धूल है!
मालिक बने नौकर बने, या संत या जोकर बने,
हम खुश रहें, सब खुश रहें, जीवन का मूल है!
--------------------------------- तनु थदानी
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