शुक्रवार, 19 अक्तूबर 2012

कहो चाहे मुझे नादाँ hey eshwar-3 (tanu thadani) हे ईश्वर -3 { तनु थदानी }



हथियार  ढोने  वाला , प्यार  से  लाचार  होता  है !
मेरा  है  मानना  कि, प्यार  ही  हथियार  होता  है !

सदा  रोते  को  देना  हौंसला , मुस्कान  भी  देना ,
मुस्कानों  से  ही  तो , प्रेम  का विस्तार  होता  है !

जो बदले प्यार के तुम प्यार मांगे ,फिर रहे पगले ,
फिर कहते प्यार क्यूँ  इसको ,ये तो ब्यापार होता है !

नहीं ख्वाहिश रही जीवन में,पैगम्बर से मिलने  की ,
मुझे  माँ  में  ही  उसके  रूप  का  दीदार  होता  है !

उमर भर माँ को माँ कहते,जो उनका नाम हम भूले ,
कहो  चाहे  मुझे  नादाँ , यही  तो  प्यार  होता  है  !

बुधवार, 17 अक्तूबर 2012

जिद यही बस एक है hey eshwar-3 (tanu thadani) हे ईश्वर -3 { तनु थदानी }



लुंगी-धोती-टोपी  ये सब ,हमको  खायेगी  जरुर !
वेश - भूषा  ही  कहर , इक  रोज  ढायेगी  जरुर  !

जब सभी पंडित कुरान, पढ़  जो  लेंगे  एक बार ,
मस्जिदों पे भजन कोयल ,जा के गायेगी जरुर !

तुम कभी भजनों को अरबी-फारसी में गाओ तो ,
ये  अदा  अल्लाह  को , वादा  है  भायेगी  जरुर  !

मेरे मंदिर  में मदीने  की  छवि , रख के तो देख ,
तब  वहां  के बुत  में , मुस्कान  आयेगी  जरुर !

गुनगुना कर  देख मस्जिद  में,भजन की पंक्तियाँ ,
उस  मदीने  तक  तेरी , आवाज़  जायेगी  जरुर !

जिद  यही बस एक  है ,वतन से ही पहचान  हो ,
मेरी कोशिश इक न इक दिन, रंग लाएगी जरुर !  


शनिवार, 13 अक्तूबर 2012

आओ हम चुप रहें hey eshwar-3 (tanu thadani) हे ईश्वर -3 { तनु थदानी }



खाना  सब  कुत्ते  खा  गयें  , आओ  हम  चुप  रहें !
कुत्ते   ही  कुर्सी   पा   गयें  , आओ   हम  चुप  रहें !

उसको   कहा   कुत्ता  तो , कुत्ते   की   बे-इज्ज़त्ती ,
हम  कर चुके , वो आ  गयें  , आओ  हम  चुप  रहें !

संसद   हुई   गरम  तो ,  संसद   में   बैठे  शख्स ,
घोटालों   में   नहा   गयें  ,  आओ   हम  चुप   रहें !

 हमने   जिन्हें    चुना ,  हिफाजत  के   लिये  वो ,
हम  ही   पे ज़ुल्म  ढा  गयें  , आओ  हम  चुप  रहें !

जिस   राग   से दुनियां  में  हम , बदनाम  हो रहें ,
वो   फाड़   गला   गा  गयें   ,आओ  हम  चुप  रहें !

बे- शर्म   हुकूमत   में  ,  हम   हीं   हैं   शर्मसार  ,
हो  नग्न वो  मुंह  बा  गयें  , आओ  हम  चुप  रहें !