मैं तुमसे दूर जा रहा हूँ , *दम ब दम!
दरम्यां कुछ तो है छूटा , जो छूटे हम !
पानी से ,नमक को अलग कर ,खुश हुए,
समन्दर है कि अभी तक भी न, हुआ *अदम !
वफ़ा इस दौर में तो ,वाहियात बातें हैं,
बेवजह इश्क़ में क्यों आंखें ,कर रहे हो नम !
गमों को गूंथ के जाती नहीं, खुशियाँ पकाई,
करोगी क्या भला, जमा किये, जो रंजो ग़म !
जो तेरी यात्रा थी देह से , मेरे गुजरी,
शिकायत है लबों पे क्यूं , जो मिले न हम!
*लगातार
*अस्तित्व हीन
----------------------- तनु थदानी
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