बुधवार, 3 सितंबर 2025

जब आंसुओं से भी न,दर्दे दिल बया होगा


जब आंसुओं से भी न,दर्दे दिल बया होगा  ! 
तो प्रेमियों का हाले दिल ,क्या से क्या होगा! 

रहना है  तेरे साथ रच, मेंहदी की तरह, जो, 
सांसो में आने जाने सा, न बे हया होगा  ! 

पिघली हुई तारीखों में, गुम होंगे तेरे बाद , 
हाथों में महज़ एक, कैलेंडर नया होगा! 

जाते हैं जाने वाले चले, जाने कहाँ, पर, 
किस हाल में होगा,यहाँ, जो रह गया होगा! 
--------------------   तनु थदानी

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें