बुद्धि में किये छेद तो, सुख कैसे भरोगे?
सम्मान न दे ,मान को ,कैसे भला लोगे?
वो लौट के आयेगा, जिसको भी तुम दोगे!
विरोध करोगे कोई ,दिक्कत नहीं मुझको,
परेशानी होगी तब, जो तुम तारीफ करोगे!
अमीर न हो न सही, जमीर हो जरूर,
दूजे से गरं डरते नहीं,खुद से तो डरोगे!
दिल की सुनो, दिल में रहो,मैं दिल से कह रहा,
काबू में जुबां न हो तो, किस किस से लड़ोगे?
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