वजह की मौत हो जाये
तुम्हारी मुस्कुराहट को, दीवारों पे सजाऊंगा !
थे जितने हौसले, सबों की मैंने छत बना डाली,
मेरे सपनों की सीढ़ी को मैं,छत तक ले के जाऊंगा!
मेरे दुख दर्द आंसू छाले, सब हैं नींव में डाले,
मेरा मकां बनेगा घर , मैं खुल के मुस्कुराऊंगा !
वजह की मौत हो जाये, तभी, जब मुस्कुराऊं मैं,
रहुंगा खुश तभी तो खुश, सबों को रख भी पाऊंगा!
--------------------------------- तनु थदानी
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