बुधवार, 13 दिसंबर 2023

हम लाजवाब कातिल

कुछ होते न पहाड़ , पत्थरों की एकता है!
जुड़ के, धरा से जो, आस्मां को देखता है!

आना है हाथ खाली, जाना है हाथ खाली, 
जीवन का फलसफा ये,हर कोई फेकता है! 
 
जिंदगी है इक तवा तो, भरपूर प्यार सेको, 
मत देखो इस तवे पे, कोई क्या सेकता है  ! 

हम लाजवाब कातिल, खुद ही की उम्र खाते, 
जब उम्र हमें खाती, कहते हैं ये खता है!  
----------------------------- तनु थदानी                                  

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