गुरुवार, 26 दिसंबर 2013

tanu thadani घर लौट के आना तनु थदानी

यादें  कभी  न  पोछना , घर  लौट  के  आना !
पैसों  के  लिये सोच  ना , घर लौट  के  आना !

थक  जाना  जब  पैसे कमा , परदेश  में  बंधु ,
मां  के  लिये  भी सोचना, घर  लौट  के आना !

 रंगीनीयां  दुनियां  की  तुझे  , लील  जायेंगी ,
प्रलोभनों  को  कर  मना ,घर  लौट  के  आना !

छत अपने ही घर की सदा , महफूज  है होती ,
रोने  से  भी दिल अनमना , घर लौट के आना!

तेरे  बिना बिटिया का जो ,बचपन  गुजर गया ,
आ  के  उसे  ना खोजना , घर लौट  के  आना !

 तू बन गया , घर बन गया , ब्यापार भी बना ,
परिवार  भी  तो इक बना , घर लौट के आना !

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