बुधवार, 25 दिसंबर 2013

tanu thadani मुझसे न प्रेम किजिये तनु थदानी

मैं  तो  बस  लिबास  हूं , मुझसे  न  प्रेम  किजिये !
किसने कहा कि खास हूं ,मुझसे  न  प्रेम  किजिये !

मन्दिर मैं जाऊँ  क्यूँ भला , जो  हूं  मैं  मां  के संग,
जाहिर  है  कि बदमाश हूं ,मुझसे न  प्रेम  किजिये !

सच  कह  रहा  हूं  जानिए  , मुरदों  के  शहर  में  ,
इक  सांस  लेती लाश हूं , मुझसे न  प्रेम  किजिये !

परिचय  के  लिये  जानिऐ  , मेरा  पता  अब  ये  ,
भूखों  के  लिये  घास हूं  ,मुझसे  न  प्रेम किजिये !

मस्जिद  में भजन गा  पिटा ,है  बात  कल  ही की ,
अब  मंदिरों  के  पास  हूं , मुझसे  न  प्रेम किजिये !

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