शुक्रवार, 4 अक्टूबर 2024

सैफई वाले नाच को, संस्कृति बताया,


सैफई वाले नाच को, संस्कृति बताया, 
वोटों के लिए रामभक्त, मार गिराया  ! 

मसला नहीं था ये , वो, पुल क्यूँ ढ़ह गया, 
ऐसा जो बना, वैसा, पैसा क्यूँ नहीं आया  ?? 

अफसर थे परेशान, बाकी का क्या लिखें, 
उन चार में था तीन तो, कागज पे बनाया  !

हम तो डकैत थे, यूँ ही चुनाव लड़ के फिर, 
डकैती को राजनीति में, व्यवहार कराया! 

ये ही है खूबसूरती,समाजवाद की, 
पूरे घर व रिश्तेदार को, चुनाव लड़वाया  ! 

----------------------  तनु थदानी

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