सोमवार, 5 अगस्त 2024

दुख के सारे कारण भी तो, पैदा किये हम ही ने हैं


दुख के सारे कारण भी , पैदा किये हम ही ने हैं! 
रिश्तों के जेवर न सम्भाले ,कंकड़ पत्थर बीने हैं! 

मिले नहीं तो सब्र नहीं, मिल जाये तो कद्र नहीं, 
सीधे सीधे बोलूं तो हम, इंसा बड़े कमीने हैं  ! 

बिन मुहर्त ही पैदा होते, मरते बिना मुहुरत ही, 
पूरा जीवन मुहर्त पीछे ,भागे अकल से झीने हैं! 

रहना उसी को आता है, सहना जिसको हैआता , 
वरना जीवन क्या है, बस, सांसो के टुकड़े सीने हैं! 
----------------------------- तनु थदानी



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