सोमवार, 17 नवंबर 2014

हम सलीके आदमी , मिल भी पायेंगे कहाँ

हम सलीके आदमी , मिल भी पायेंगे कहाँ ?
डाके भी डालते हैं, कर के पूजा हम यहाँ !

चालाकियां,चालाकियां,चालाकियां,चालाकियां,
कर रहें कदमों से ले , सांस तक यहाँ वहाँ !

है अगर भगवान तो भी,क्या करेगा वो भला ,
लूटते  हैं  देश  को  चल , कौन देखेगा यहाँ ?

एक फ्लैट ,  एक गाड़ी ,  बाप  वृद्धाआश्रम  ,
कर लिया फतह सुनो जी,इस तरह सारा जहाँ !
----------------------  तनु थदानी

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