रविवार, 14 अप्रैल 2024

कर लो नाटक

सरकारें बनती थी, गठबंधन से, बात पुरानी है, 
अब विपक्ष गठबंधन करता, ये भी अजब कहानी है! 

राम को झूठ बताया , अब वो राम राम चिल्ला‌ते हैं, 
कर लो नाटक, देख रही ये, जनता बड़ी सयानी है! 

नस्ल गधे की, हरगिज घोड़ा बना  नहीं सकता कोई, 
उस पे जिद कि चमचों से ही, टूटी नाव चलानी है! 

देख चौकन्ना चौकिदार को, चोरों में खलबली मची, 
चोर हो रहे इकजुट, चाभी घर की जो हथियानी है! 

---------------------------------  तनु थदानी

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