शुक्रवार, 4 मई 2012

बेशक तुम्हे बना के मैं,खुद ही परेशां हूँ hey eshwar-3 {tanu thadani}हे ईश्वर-3 {तनु थदानी}


ईश्वर  कहा फिर  मुझको  ही , शर्मिंदा  कर  दिया !
मैने  तो  यूँ   कहा  नहीं  , तू   जिस   तरह   जिया !

खरीद - बेच   क्या   रहा  , सम्पूर्ण    जीवन   में ,
सब   छोड़  के  आएगा  फिर ,पूछूंगा  क्या किया  ?


जो   मुफ्त  में   मैने   दिया , तुमको   नहीं   कदर ,
सुख  के  लिए  मशीन  से , क्या -क्या  बना लिया !


दिन  चार   दिये  कोख   से ,आने को  कब्र  तक ,
इतना ही  नहीं  प्यार  का ,  रस्ता  भी  था  दिया ! 


क्यूँ  रास्ता  वो  छोड़  कर  , भटका गली - गली ,
अमृत  को  छोड़  क्यूँ  भला , अपना  लहू  पीया?

बेशक   तुम्हे  बना   के  मैं  , खुद  ही  परेशां  हूँ ,
सब  लड़  मरे   मेरे  लिए  , कोई   नहीं  जीया !
heyeshwar.blogspot.com/.

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