यहाँ जो डगमगायेगा, यकीनन डूब जायेगा!
समन्दर है ये इश्क़, हर लहर पे घर बनायेगा !
कभी न छोड़ के जाना, मेरी सांसों में रम जाना,
सिवा तेरे मेरे दिल में, न कोई और आयेगा !
चाहे जो बुरा होगा, बुरे से जो जुड़ा होगा,
जो तेरा हाथ मेरे हाथ हो , सब टल ही जायेगा!
ख्वाहिश का पुलिंदा है, यहाँ पे जो भी जिंदा है,
मेरी तो ख्वाहिश ही है एक, कि तू मुस्कुराये जा !
समूची यात्रा में अंत तक,कितनों का दिल जीता
यही बस याद रख, सबकुछ, जमाना भूल जायेगा!
------------------------------- तनु थदानी
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