बुधवार, 17 अक्तूबर 2012

जिद यही बस एक है hey eshwar-3 (tanu thadani) हे ईश्वर -3 { तनु थदानी }



लुंगी-धोती-टोपी  ये सब ,हमको  खायेगी  जरुर !
वेश - भूषा  ही  कहर , इक  रोज  ढायेगी  जरुर  !

जब सभी पंडित कुरान, पढ़  जो  लेंगे  एक बार ,
मस्जिदों पे भजन कोयल ,जा के गायेगी जरुर !

तुम कभी भजनों को अरबी-फारसी में गाओ तो ,
ये  अदा  अल्लाह  को , वादा  है  भायेगी  जरुर  !

मेरे मंदिर  में मदीने  की  छवि , रख के तो देख ,
तब  वहां  के बुत  में , मुस्कान  आयेगी  जरुर !

गुनगुना कर  देख मस्जिद  में,भजन की पंक्तियाँ ,
उस  मदीने  तक  तेरी , आवाज़  जायेगी  जरुर !

जिद  यही बस एक  है ,वतन से ही पहचान  हो ,
मेरी कोशिश इक न इक दिन, रंग लाएगी जरुर !  


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