मंगलवार, 4 सितंबर 2012

विश्वास मानिएं कि hey eshwar-3 (tanu thadani) हे ईश्वर -3 { तनु थदानी }


साँसों  से   ही   जुड़ा   है ,  हमसे   हमारा    नाता !
हम  खुद से  बिछड़  जाते ,जब  भी ये  टूट जाता !  

हम सब प्रतीक्षारत  हैं , आयेगी   बारी  इक दिन 
जाने  की  ही  टिकट  ले  , हर  कोई  यहाँ  आता  !

ये  आदमी   की  हस्ती ,  क्या  एक  बुलबुला  है ?
छोटा   हो   या  बड़ा  हो , सब   फूट -फूट  जाता !  

तू  है   अगर जीवित  तो , बन  नम्रता  का  संगी ,
मुर्दे  ही  अकड़ते  है  , फिर तू  क्यूँ अकड़  खाता ?

आती   न  कोई  चिठ्ठी , ना  कोई   खबर  आती   ,
उस  पार  जो भी  जाता , क्यूँ  लौट कर न  आता ?

ये   मौत   बेवजह   ही  ,  बदनाम   हो   चुकी   है ,
हर  कोई  यहाँ  दुःख तो ,बस  जिन्दगी  से पाता !

होगी   बड़ी  अनोखी  ,  मस्ती   भरी   ये   मृत्यु ,
मिलता है  जो भी उससे ,जीवन  को छोड़  जाता !

विश्वास   मानिएं   कि , बेहतर   ही  जगह  होगी ,
जो  भी   वहां पहुँचता  ,   अपनों को  भूल जाता ! 


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