माँ को देखा कपड़े धोते !
भूल के ऐनक पहन के सोते !
प्यार लफ्ज़ के प्यारे माने ,
माँ न होती , कभी न होते !
हमें सुकूं के मोती मिलते ,
माँ की याद में लगा के गोते !
माँ से ही तो घर है बनता ,
हर इक रिश्ते माँ से होते !
मेरा बचपन बचा रखा है ,
माँ ने उम्र को खोते खोते !
जिक्र तेरा माँ प्यारा गमला ,
बड़े हुये हम यादे बोते !
देख के खाली हाथों को माँ ,
याद तू आयी रोते - रोते !
भूल के ऐनक पहन के सोते !
प्यार लफ्ज़ के प्यारे माने ,
माँ न होती , कभी न होते !
हमें सुकूं के मोती मिलते ,
माँ की याद में लगा के गोते !
माँ से ही तो घर है बनता ,
हर इक रिश्ते माँ से होते !
मेरा बचपन बचा रखा है ,
माँ ने उम्र को खोते खोते !
जिक्र तेरा माँ प्यारा गमला ,
बड़े हुये हम यादे बोते !
देख के खाली हाथों को माँ ,
याद तू आयी रोते - रोते !
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