तू मेरी नींद में आना
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मेरे घर में नहीं बिटिया , मेरा घर खो गया है !
बहुत लाचार हूँ , मिलता नहीं , जो जो गया है !
अरे ! सीने पे पत्थर रख , मैं दुःख पी भी लेता ,
करूँ मैं क्या ,जो सीना मेरा ,पत्थर हो गया है !
बहुत चालाक था कि , सारी दुनियां लूट लूंगा ,
बिना बिटिया ये जीवन लुट गया,दिल रो गया है !
मेरी बिटिया तेरी छम छम, मेरे अंतस में गूंजे ,
मेरा भगवान मेरे अंदर , तुझको बो गया है !
तेरे बचपन, तेरी किलकारियों में , बंध गया मैं ,
तू मेरी नींद में आना , ये पापा सो गया है !
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