खुश ना होना जश्न देख कर,अक्सर मौका आता है !
मेरे देश में गम अक्सर यूँ , भेष बदल भरमाता है !
बहरूपियों की एक सल्तनत , राज करे हम लोगों पे ,
मीठी बातें करता है फिर , अपनी थूक चटाता है !
सचमुच हम शर्मिंदा हैं , ऐ सरबजीत ये सच भी है ,
कि राजनीति का मारा पानी ,मांग भी तो ना पाता है !
जो संसद को चकला बोला , सीधा जेल में जायेगा ,
बोल के पगला पगले को क्यूँ ,मुहँ अपना नुचवाता है !
मेरे प्यारे भारत का अब , और बुरा भी क्या होगा ?
संविधान की आड़ में कुत्ता , शेरों को नचवाता है !
हे ईश्वर ! अब इंसानों को ,तू ही आ कर ये समझा ,
विदा जो होगा दुनियां से तब , ले कर क्या जा पाता है ??
मेरे देश में गम अक्सर यूँ , भेष बदल भरमाता है !
बहरूपियों की एक सल्तनत , राज करे हम लोगों पे ,
मीठी बातें करता है फिर , अपनी थूक चटाता है !
सचमुच हम शर्मिंदा हैं , ऐ सरबजीत ये सच भी है ,
कि राजनीति का मारा पानी ,मांग भी तो ना पाता है !
जो संसद को चकला बोला , सीधा जेल में जायेगा ,
बोल के पगला पगले को क्यूँ ,मुहँ अपना नुचवाता है !
मेरे प्यारे भारत का अब , और बुरा भी क्या होगा ?
संविधान की आड़ में कुत्ता , शेरों को नचवाता है !
हे ईश्वर ! अब इंसानों को ,तू ही आ कर ये समझा ,
विदा जो होगा दुनियां से तब , ले कर क्या जा पाता है ??
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