सोमवार, 29 अप्रैल 2013

तू रब है मैं तेरा आशिक hey eshwar-3 (tanu thadani) हे ईश्वर -3 { तनु थदानी }

तू  रब  है  मैं  तेरा  आशिक
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हाँ ! तुम को पा ही लेता मैं ,जो तुम में ,खो अगर जाता  !
तुम्हे  पाने  का  सपना  टूटता , जो  सो  अगर  जाता  !

तेरी  मदमस्त  प्रकृति  भी  तब,  खुशहाल  हो  पाती ,
हमारे  दिल  में  संतुष्टि  का  पौधा,  बो  अगर  पाता ! 

मुझे  भी  खुश  कोई  करता  , कभी  मैं  भी  ख़ुशी  पाता ,
किसी  के  वास्ते   थोड़ी  ख़ुशी  मैं , जो  अगर  लाता  ! 

मेरे   दुःख  में  अकेला  मैं  था , कोई  साथ   तो  रोता ,
किसी  के  वास्ते  मैं  भी  कभी जो ,रो  अगर  पाता  !

तू  रब  है , मैं  तेरा  आशिक  , तू  ऐसा  चित्रकार  है  ,
तेरी  दुनियाँ   सा  मैं  भी  खूबसूरत , हो  अगर  पाता  !

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