जड़ हो गये हम क्यूँ भला ,ऐसा क्या खाते हैं ?
बाबा को नौकर, रुपये को , बाबा बताते हैं !
बाबा की सेवा, यूं ही ना , मन मार हैं करते ,
ये घर उन्हीं के नाम है , ऐसा बताते हैं !
चिन्ता नहीं बच्चे की , बाबा घर में हैं रहते ,
बीबी कहे जानम चलो , हम घूम आते हैं !
अम्मा करेगी क्या भला , साड़ी नई ले के ,
उफ्फ ! क्या कहेंगे लोग, चलो ले के आते हैं !
अब मां रसोई में , ओं बाबा , बालकोनी में ,
देखो हम फ्लैट वाले , कैसे घर सजाते हैं !
वो शख्स घर के बाहर जो ,सोता मिला मुझको ,
पूछा तो बोला , अब मेरे , बच्चे कमाते हैं !
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