मंगलवार, 31 दिसंबर 2024

जरूरी ये था कि , रिश्ते को बचा जाते भाई

   जरूरी ये था  कि , रिश्ते को बचा जाते भाई !
   महज करना था ये कि, बहस  हार जाते भाई!

   बात मनवाने को क्या चींखना जरूरी था ?
   बड़ा भाई ही तो था, बस रूठ ही जाते भाई !

   ये तो अच्छा हुआ कि, खुद की नजर में गिरे थे,
   तसल्ली से जरा सोंचो कि,क्या बताते भाई  !

   जुबां पे आग या मिश्री रखो, निर्णय तुम्हारा,
   अब तो बालिग हो तुम्हे, क्या ही समझाते भाई?

   बहुत उलझा हुआ है लाभ व हानि का गणित,
   दिल के स्कूल से आते, तो बताते भाई  !

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