घमंडी हूँ , है रूआब कि , भारत बड़ा खुश है !
हर शै में आफताब कि , भारत बड़ा खुश है !
सीमा पे मुझे सोते , नहीं आप देखोगे ,
पर देखता हूँ ख्वाब कि , भारत बड़ा खुश है !
बे - फिक्र होली खेलो , दिवाली मनाओ जी ,
चाहत यही जनाब कि , भारत बड़ा खुश है !
माँ खुद ने दी जुराब, बोली डगमगाना ना ,
पैरों में वो जुराब कि , भारत बड़ा खुश है !
सीमा पे आ के पूछते , हैं हालचाल जो ,
उनको मेरा जवाब कि , भारत बड़ा खुश है !
ऐ दुश्मनों ! गंर तुम भी , हिमाकत नहीं करो ,
तो तुमको भी आदाब कि ,भारत बड़ा खुश है !
हर शै में आफताब कि , भारत बड़ा खुश है !
सीमा पे मुझे सोते , नहीं आप देखोगे ,
पर देखता हूँ ख्वाब कि , भारत बड़ा खुश है !
बे - फिक्र होली खेलो , दिवाली मनाओ जी ,
चाहत यही जनाब कि , भारत बड़ा खुश है !
माँ खुद ने दी जुराब, बोली डगमगाना ना ,
पैरों में वो जुराब कि , भारत बड़ा खुश है !
सीमा पे आ के पूछते , हैं हालचाल जो ,
उनको मेरा जवाब कि , भारत बड़ा खुश है !
ऐ दुश्मनों ! गंर तुम भी , हिमाकत नहीं करो ,
तो तुमको भी आदाब कि ,भारत बड़ा खुश है !
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