हो सीमा या हो खेत अब ,मरने का समां हो गया !
क्यूँ भारतीयता का हमें , अवैध गुमां हो गया ?
निराश हूँ यूँ कि यहाँ , इक भारतीय नहीं ,
सिख - मुसलमा -हिंदू जैसा , खूब जमा हो गया !
अब आदमी के बारे में , बोले तो क्या बोले ,
जब राम हिन्दू हो गया ,ख़ुदा मुसलमा हो गया !
कुत्तों से सीखा भौंकना , सीखी नहीं वफ़ा ,
वो देश के हैं नेता जी ,सो उनको क्षमा हो गया !
औकात की तो बात न , करना कभी पगले ,
भारत समूचा आजकल ,इंडिया में रमा हो गया !
रुपया नहीं गिरता कभी , गिरता हमारा मोल ,
न पूछ यहाँ दर्द की , कैंसर को दमा हो गया !
संसद हमारी भर गयी , गिरगिट से अचानक ,
अवाक से हम रह गयें ,सब कुछ यूँ थमा हो गया !
क्यूँ भारतीयता का हमें , अवैध गुमां हो गया ?
निराश हूँ यूँ कि यहाँ , इक भारतीय नहीं ,
सिख - मुसलमा -हिंदू जैसा , खूब जमा हो गया !
अब आदमी के बारे में , बोले तो क्या बोले ,
जब राम हिन्दू हो गया ,ख़ुदा मुसलमा हो गया !
कुत्तों से सीखा भौंकना , सीखी नहीं वफ़ा ,
वो देश के हैं नेता जी ,सो उनको क्षमा हो गया !
औकात की तो बात न , करना कभी पगले ,
भारत समूचा आजकल ,इंडिया में रमा हो गया !
रुपया नहीं गिरता कभी , गिरता हमारा मोल ,
न पूछ यहाँ दर्द की , कैंसर को दमा हो गया !
संसद हमारी भर गयी , गिरगिट से अचानक ,
अवाक से हम रह गयें ,सब कुछ यूँ थमा हो गया !
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