हथियार ढोने वाला , प्यार से लाचार होता है !
मेरा है मानना कि, प्यार ही हथियार होता है !
सदा रोते को देना हौंसला , मुस्कान भी देना ,
मुस्कानों से ही तो , प्रेम का विस्तार होता है !
जो बदले प्यार के तुम प्यार मांगे ,फिर रहे पगले ,
फिर कहते प्यार क्यूँ इसको ,ये तो ब्यापार होता है !
नहीं ख्वाहिश रही जीवन में,पैगम्बर से मिलने की ,
मुझे माँ में ही उसके रूप का दीदार होता है !
उमर भर माँ को माँ कहते,जो उनका नाम हम भूले ,
कहो चाहे मुझे नादाँ , यही तो प्यार होता है !
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